महिला सशक्तिकरण में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी : जे.पी. नड्डा
भोपाल, 8 मार्च। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश ने महिला सशक्तिकरण में नया इतिहास रचा है। मध्यप्रदेश में आजीविका मिशन में महिलाओं के स्व-सहायता समूहों ने महिलाओं के सशक्तिकरण में क्रांति की है।
आज महिला स्व-सहायता समूह पोषण आहार निर्माण, गणवेश निर्माण, फ्लाई एश से ईंट निर्माण, समर्थन मूल्य पर गेहूँ खरीदी, राशन दुकानों का संचालन आदि अनेक कार्य कर रहे हैं। देवास में आज प्रारंभ किये जा रहे पोषण आहार संयंत्र में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा पोषण आहार बनाया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आज प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिये 4 महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं। प्रदेश में महिला वित्त विकास निगम का सुदृढ़ीकरण किया जायेगा, दूसरा-प्रदेश में 100 करोड़ रूपये की लागत से मुख्यमंत्री नारी सम्मान कोष स्थापित होगा, तीसरा-मुख्यमंत्री महिला उद्यम शक्ति योजना प्रारंभ होगी और चौथा-इंदौर एवं भोपाल में महिला उद्यम प्रोत्साहन के लिये इंडस्ट्रियल पार्क बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री और सांसद श्री जे.पी. नड्डा ने आज देवास में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला स्व-सहायता समूहों को पोषण आहार संयंत्र की चाबी सौंपी। उन्होंने महिला स्व-सहायता समूहों को बैंक लिंकेज के माध्यम से 300 करोड़ रूपये का ऋण वितरित किया। जल जीवन मिशन में कार्य करने के लिये महिलाओं को टूल किट प्रदाय किये गये। महिलाओं के संकुल स्तरीय संगठनों को पुरस्कृत किया गया। स्व-सहायता समूह की सफलता की कहानियों की पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ बेटियों के पूजन के साथ हुआ। श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में देश में अदभुत कार्य हुआ है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना, प्रधानमंत्री आवास की महिलाओं के नाम से रजिस्ट्री, उज्ज्वला कनेक्शन, राशन प्रदाय, आजीविका मिशन आदि सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश आगे है। मध्यप्रदेश में पैदा होने से अंतिम साँस लेने तक बहन-बेटियों का पूरा ध्यान सरकार रखती है। प्रदेश में 41 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी है, जो पैदा होते ही लखपति हो जाती है। बेटियों के कॉलेज में प्रवेश पर उन्हें 25 हजार रूपये तथा प्रतिवर्ष 5 हजार रूपये अध्ययन के लिए दिये जा रहे हैं। साथ ही मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि पाठ्यक्रमों की फीस भी सरकार भरती है। आगामी अप्रैल माह से बेटियों की शादियाँ सरकार धूमधाम से करायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिये मध्यप्रदेश में स्थानीय निकायों के चुनाव एवं शासकीय शिक्षकों की भर्ती में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण तथा पुलिस विभाग में 30 प्रतिशत एवं अन्य भर्तियों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। महिलाएँ आगे बढ़े-तरक्की करें, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूरा आशीर्वाद है। आपका भाई शिवराज आपके साथ खड़ा है।
मजदूर से बनी मालिक
प्रारंभ में पोषण आहार संयंत्र की अध्यक्ष श्रीमती दुर्गा बाई परमार ने कहा कि पहले मैं मजदूर का कार्य करती थी। वर्ष 2017 से आजीविका मिशन में स्व-सहायता समूह बनाकर कार्य प्रारंभ किया। आज मैं मजदूर से मालिक बनी हूँ। कार्यक्रम में श्रीमती दुर्गाबाई परमार एवं श्रीमती अंतर बाई चौहान ने संयंत्र में निर्मित पोषण आहार के पैकेट्स अतिथियों को भेंट किये।
कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता श्री मुरलीधर राव, प्रभारी मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, कृषि मंत्री श्री कमल पटेल, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, सांसद श्री वी.डी. शर्मा, सांसद श्री महेन्द्र सिंह सोलंकी, श्री ज्ञानेश्वर पाटिल, विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार उपस्थित थी।
माँ-बेटी और बहनों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता
श्री चौहान ने कहा है कि माँ-बेटी और बहनों की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक अभियान संचालित किए जा रहे हैं। महिला अपराधों के प्रति हमारा जीरो टॉलरेंस हैं। बेटियों के साथ अभद्रता करने वालों को सीधे फाँसी के फंदे पर चढ़ाने का कानून प्रदेश की विधानसभा ने देश में सबसे पहले बनाया था। श्री चौहान अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश के दूरस्थ अंचलों के थानों की ऊर्जा महिला डेस्क को 100 दोपहिया वाहन वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने स्मार्ट उद्यान से ऊर्जा महिला डेस्कों की दोपहिया वाहनों की रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिला सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे असली हीरो अभियान से समाज को जोडऩे के लिए सत्य घटनाओं पर आधारित तीन लघु वृत्त चित्र का लोकार्पण भी किया।
श्री चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश की महिलाओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हमारा यह फैसला था कि पुलिस फोर्स में 30 प्रतिशत भर्तियाँ महिलाओं की होगी। यह गर्व का विषय है कि बेटियाँ पूरी क्षमता के साथ सुरक्षा के इस दायित्व को पूर्ण गंभीरता और वीरता के साथ निभा रही हैं। प्रधानमंत्रीनरेन्द्र मोदी महिला सशक्तिकरण के सशक्त पक्षधर रहे हैं। उनके द्वारा इस दिशा में अनेकों योजनाएँ संचालित की गईं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में महिला थाने स्थापित किए गए हैं। महिला हेल्प डेस्क बनाई गई हैं। साथ ही ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गईं हैं। थानों में महिलाएँ बिना किसी झिझक के एफआईआर लिखवा सकें, इस उद्देश्य से महिला हेल्प डेस्क स्थापित की गईं हैं। महिला पुलिस कर्मियों द्वारा अपना यह दायित्व निभाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला अपराध से संबंधित कोई सूचना मिले तो घटना स्थल पर पहुँचने में देरी न हो, इस उद्देश्य से ही ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क को दोपहिया वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रदेश में 700 थानों में ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क बनाई गई हैं। उनमें से 100 डेस्क को दोपहिया वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। शेष 600 महिला हेल्प डेस्क को दो चरण में वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। माँ-बहन और बेटी की सुरक्षा में राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
पुलिस महानिदेशकसुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि महिला सुरक्षा मुख्यमंत्री श्री चौहान की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के निर्देशन और मार्गदर्शन में प्रदेश में कई नवाचार हुए हैं, जिनमें प्रत्येक जिले में महिला थाने की स्थापना, 700 थानों में ऊर्जा महिला डेस्क की स्थापना, पुलिस इकाइयों में झूलाघर की स्थापना, 1090 महिला हेल्प लाइन स्थापित करना, गुम नाबालिग बालक-बालिकाओं को खोजने के लिए ऑपरेशन मुस्कान तथा ऑपरेशन हेल्पिंग हेंड आरंभ करना सम्मिलित हैं। साथ ही महिला सुरक्षा के क्षेत्र में आम जनता द्वारा सराहनीय कार्य करने पर उन्हें असली हीरो के रूप में सम्मानित करना और महिलाओं के लिए प्रीलिटीगेशन ऑनलाइन हेल्प प्रारंभ की गई है। महिला सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मियों के कौशल उन्नयन और क्षमता संवर्धन की गतिविधियाँ भी संचालित की जा रही हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला सुरक्षा श्रीमती प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल, सागर और विदिशा की सत्य घटनाओं पर आधारित और महिला सुरक्षा पर केन्द्रित तीन लघु वृत्त चित्र का लोकार्पण किया। भोपाल के असली हीरो श्री मनोज गायकवाड़, ऑटो चालक हैं। उन्हें मंदसौर की 13 वर्षीय अकेली बालिका द्वारा दिल्ली जाने की ट्रेन के संबंध में पूछने पर संदेह हुआ। श्री गायकवाड़ ने इसकी सूचना आईएसबीटी चौकी पर पदस्थ आरक्षक सुनील राठौर को दी। इससे बालिका को हरियाणा में नौकरी लगवाने के नाम पर तस्करी कर ले जाये जाने से बचाया जा सका। दूसरी लघु फिल्म में असली हीरो सागर जिले की आपचंद निवासी श्रीमती श्रीबाई हैं। जिन्होंने ज्यादती के डर से भागी 22 वर्षीय महिला की संदेहास्पद स्थिति को भाँपते हुए शोर मचाया, जिससे आरोपी भाग गए। श्रीबाई ने साहस और मानवीयता का परिचय देते हुए पीडि़ता को अपने घर में आश्रय दिया तथा कोटवार और सरपंच को सूचना देकर अपराध पंजीबद्ध कराया। तीसरी लघु फिल्म में असली हीरो विदिशा जिले की श्रीमती आरती शर्मा हैं। उन्हें एक बालिका ने जब परिजन द्वारा शारीरिक रूप से परेशान करने की बात बताई तो श्रीमती आरती शर्मा ने पूरे परिवार का विरोध सहकर इसके खिलाफ आवाज उठाई। श्रीमती शर्मा ने विदिशा जिले के महिला थाने पहुँचकर परिजन के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कराया। इस घटना के कारण श्रीमती आरती शर्मा को पति ने भी छोड़ दिया। इसके बाद भी श्रीमती शर्मा ने बालिका को साहस दिया और सच के लिए खड़े होने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा फ्लेग ऑफ की गई महिला दोपहिया वाहन रैली स्मार्ट पार्क से आरंभ होकर डिपो चौराहा, अटल पथ, प्लेटिनम प्लाजा, रोशनपुरा चौराहा, पुलिस कंट्रोल रूम होते हुए मोतीलाल नेहरू स्टेडियम पहुँची। वाहन रैली के स्मार्ट पार्क से रवाना होने पर पुलिस बैंड द्वारा महिला सशक्तीकरण पर केन्द्रित गीत की धुन बजाई गई।