मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अपनी ही सरकार के खिलाफ जिस तरह से शराबबंदी को लेकर मोर्चा खोला है, उसमें अब भाजपा के ही लोग धीरे-धीरे जुड़ते जा रहे है। क्योंकि प्रदेश में शराबबंदी को लेकर उमा भारती कितनी उग्र है इसका उदाहरण गोविन्दपुरा क्षेत्र में एक अंग्र्रेजी शराब दुकान में पत्थर मारकर इसका विरोध करने से देखा जा सकता है। इसी कड़ी में महाकौशल क्षेत्र के पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक अजय विश्नोई जुड़ गये है। उन्होंने भी शराबबंद के खिलाफ अपनी जुबान खोल दी है। बताते है कि प्रदेश सरकार को शराब बिक्री पर रोक लगाने या शराब माफियों पर लगाम कसने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश सरकार को उत्तर प्रदेश सरकार के नक्शे कदम पर चलना है तो उत्तर प्रदेश सरकार की तरह प्रदेश में गांव-गांव की शराब दुकान तय समय सीमा में बंद हो और अवैध शराब की बिक्री पर पूर्णत: प्रतिबंध लगे, क्योंकि उन्होंने एक उदाहरण का जिक्र करते हुए कहा कि जब वे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में थे तब प्रत्येक गांव में रात्रि 10 बजे के बाद एक भी शराब दुकान खुली नहीं मिलती थी, कारण वहां पर योगी का डंडा 24 घंटे मुस्तैद था। इसलिए अगर मध्यप्रदेश में शराबबंदी करना है तो सरकार को सख्त रवैया अपनाना होगा या फिर उत्तर प्रदेश की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी डंडा चलाना होगा। विधायक अजय विश्नोई ने यहां तक कह दिया कि अगर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश में पूरी तरह शराबबंदी करने जैसा निर्णायक कदम उठाते है तो 2023 का विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी को विजय हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता है। खबरची….