मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने बहु प्रतिक्षित प्रशासनिक सर्जरी 18 सितंबर को आकार दे देंगे। समझा जाता है कि प्रशासनिक सर्जरी में 18 कलेक्टर और 12 एसपी इधर-उधर हो सकते है। और इस प्रशासनिक सर्जरी का लब्बोलुआब यह होगा जो आज तक कलेक्टर नहीं बन पाया है वह कलेक्टर जरूर बनेगा यदि उसकी सेवाऐं साफ सुथरी हो और किसी प्रकार के जांचों में संलग्न ना हो। इसी श्रृंखला में सबसे ज्यादा रोचक मामला ग्वालियर जिले की कलेक्टर सीट पर आधे दर्जन आईएस अधिकारियों की सूची शार्ट लिस्ट की जा चुकी है। लेकिन महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री से कहा है कि ग्वालियर चंबल इलाके में जितने भी कलेक्टर बदले जायेगें उनका काम के प्रति कमिटमेंट जबरदस्त 100 प्रतिशत होना चाहिए। और विशेषकर जब ग्वालियर कलेक्टर को बदला जाये तब ऐसा आईएएस अधिकारी पदस्थ किया जाय जिसे उज्जैन, इंदौर, जबलपुर जैसे बड़े जिलों में प्रशासक होने का अच्छा अनुभव हो। समझा जाता है कि पूर्व में जबलपुर से स्थानांतरित किये गये एक जिला कलेक्टर का नाम उज्जैन के कलेक्टर के साथ ग्वालियर जिले के लिए महाराज के पैनल में सबसे ऊपर रखा गया है। यह तो 18 तारीख के आस-पास दो-चार दिन आगे पीछे पता चलेगा कि ग्वालियर कलेक्टर कौन बनेगा। लेकिन यह बात तय है कि वर्तमान ग्वालियर कलेक्टर कौश्लेन्द्र विक्रम को भोपाल तथा भोपाल के जिला कलेक्टर अविनाश लवानिया को इंदौर स्थानांतरित करने काविचार विमर्श हो चुका है। परंतु मुख्यसचिव इकबाल सिंह बैंस के विटो की वजह से इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह का पांव अंगद के पांव की तरह कायम है…….। खबरची