मध्यप्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले श्योपुर जिले में प्रदेश से लुप्त हो गये चीता प्रजाति के खूबशूरत जानवरों को फिर से बसाये जाने का राजनैतिक लक्ष्य भी है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ने आदिवासी संस्कृति से जोड़ते हुए वन मंत्री विजय शाह को आगे बढ़ाते हुए 17 सिंत्बर को 750 किमी वन क्षेत्र में 2 दर्जन से अधिक चीते मैदान में उतार का फैसला किया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्योपुर में चीतों के आगमन का स्वागत करने वाले प्रधानमंत्री की उपस्थिति को यह कहकर नवाज दिया कि दुनिया नरेन्द्र मोदी के बिना नहीं चल सकती। वन विभाग के एक प्रथम श्रेणी स्तर के सेवानिवृāा अधिकारी का मानना है कि टाईगर स्टेट और चीतों वाला राज्य अब राजनीति के लिए भी तैयार हो गया है। उक्त अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि शिवराज के एंटीइनक्बेंसी फैक्टर और पोषण आहार घोटालों जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए रणनीति कारगर हो सकती है। और यह भी हो सकता है कि श्योपुर के रास्ते आम आदमी पार्टी की घुसपैठ को रोकने के लिए यदि भाजपा के कार्यकर्ता मध्यप्रदेश में ‘ जहां चीते है वहां -हम जीते है’ -ऐसा कहने लगें तो चौकिएगा मत…। –खबरची