विशेष खबर: संदीप नेपोलियन
नेशनल प्लेयर सारा हक को तलाशने मध्यप्रदेश की पुलिस दिल्ली पहुंची, रेसलर बालिका के अपहरणकर्ताओं के खिलाफ कानून के अंतर्गत होगी सख्त कार्रवाई : पटैरिया
मध्यप्रदेश में खेलों इंडिया यूथ के आयोजन के पहले कुछ अवांछनीय तत्वों द्वारा राजधानी भोपाल के स्टेडियम में प्रेक्िटस कर रही नेशनल प्लेयर रेसलर सारा हक के अपहरणकर्ताओं के खिलाफ राजधानी की पुलिस ने कठोर छानबीन शुरू कर दी है। राष्ट्रीय हिन्दी मेल को एक सवाल के उत्तर में पुलिस उपायुक्त नागेन्द्र पटैरिया ने बताया कि खेलो इंडिया यूथ की रेसलर सारा हक के अपहरण की घटना के सभी सुराग पता लगाए जा चुके है और अपराधियों को पकडऩे के लिए पुलिस की टीम नई दिल्ली पहुंच चुकी है। पटैरिया ने बताया कि सारा हक को सुरक्षित लाने के सभी प्रयास किए जाएंगे और उससे संबंधित अपराध में जो भी व्यक्ति शामिल होगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। पटैरिया के अनुसार घटना से तीन दिन पहले आकर एक युवा जिसका नाम नवीन बताया जाता है, वह होटल जहनुमा में रूका था। पुलिस को मिले फुटेज के अनुसार सारा हक जिस गाड़ी में बैठकर निकली थी, उस गाड़ी का न्बर दिल्ली का होने के कारण पुलिस को संदेह है कि, सारा हक को दिल्ली में ही कही छिपा कर रखा गया है, जिसकी तलाश के लिए भोपाल की पुलिस की टीम दिल्ली अपराधी को ढुढऩे का काम तो कर रही है साथ ही यह कोशिश भी की जा रही है कि हर हालत में बालिका को सुरक्षित लाकर उसके माता-पिता के हवाले कर दिया जाए। बताया जाता है कि सारा हक की उम्र मात्र 15 साल 10 महीने की है और भोपाल में उसके माँ बाप का रो-रोकर बुरा हाल हो चुका है। यह घटना बेहद गंभीर है क्योंकि कई बार भोपाल के स्टेडियम को संचालित करने वाले आला अधिकारियों को सचेत किया गया था कि, महिला खिलाडिय़ों के प्रशिक्षण के लिए महिला प्रशिक्षु ही रखे जाए, लेकिन अधिकारियों ने इस मुद्दे के सिरे से खारिज कर दिया। इसी का परिणाम है कि, 15 साल 10 महीने की नेशनल प्लेयर सारा हक को लालच में फंसाकर पुरूषों उसके जीवन को बर्बाद करने की नाकाम कोशिश की है और इसकी वजह से मध्यप्रदेश का खेल एवं युवा कल्याण विभाग खेलो इंडिया यूथ के आयोजन के पहले ही विवादों में आ गया है। सूत्रों के अनुसार खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधराराजे सिंधिया ने इस घटना को लेकर विभाग के आला अफसरों से भयंकर नाराज है। सूत्रों के अनुसार एक पुरूष कोच की जानकारी में यह था कि सारा हक किसी युवक के साथ लगातार बात कर रही थी, वह युवक जहनुमा होटल में ठहरा हुआ था। उपरोक्त कोच ने भी जानबूझकर लापरवाही बरती है ऐसा सूत्रों का कहना है। पुलिस के अनुसार यदि ऐसा कोई कोच संदिग्ध पाया गया तो कानून के प्रावधानों के अंतर्गत पुलिस उपरोक्त संदिग्ध कोच की छानबीन करने में कोताही बिल्कुल नहीं करेगी और दोषी पाये जाने पर उसे भी गिरफ्तार किया जा सकता है। इस विशेष खबर का लब्बोलुआब यह है कि, खेल एवं युवा मंत्री श्रीमती यशोधराराजे सिंधिया तथा प्रमुख सचिव श्रीमती दिप्ती गौर मुखर्जी को इस घटना को संज्ञान में लेकर महिला खिलाडिय़ों के ऊपर थोपे गए, पुरूष कोचों को तत्काल हटाने की कार्यवाही करनी पड़ेगी, वर्ना यदि इस घटना से स्टेडियम के आला अफसरों ने सबक नहीं लिया तो फिर खेलो इंडिया यूथ मध्यप्रदेश में मौज-मस्ती और मजाक का विषय बन जाए तो चौंकिएगा मत।
खेल