मध्यप्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव अभियान का बिगुल बज गया है। मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री अपने-अपनेे क्षेत्र में अपनी प्रतिष्ठा बचाने में जुट गये है। कोई नाराज कार्यकर्ताओं को पटाने में जुटा हुआ है, तो कोई कर्मचारियों की नाराजगी के शिकार से बचने की कोशिश में अपना ज्यादा समय मेल-जोल में बिता रहा है। परन्तु चौंकाने वाली राजनीति के बारे में जिसे हम शह और मात कहते है, उसकी तैयारी जोरों पर है। शह और मात के खेल में बताया जाता है कि, भारतीय जनता पार्टी के भीतर और कांग्रेस के बाहर नेता अपने ही जिलें में एक-दूसरे को नीचा दिखाने में कसर नहीं छोड़ रहे है। इसी के चलते भारतीय जनता पार्टी ने दो मंत्री ऐसे है जो एक दूसरे को शक की निगाह से देखते है और कई बार तो मिलने पर आपस में आँख भी नहीं मिलाते। बताया जाता है कि एक मंत्री के सलाहकार नाम नहीं छापने की शर्त पर कहते है कि, भाई साहब हमारे मंत्री जी की लोकप्रियता से उनके जिलें में प्रतिद्वंदी मंत्री बेहद परेशान इसलिए उन्हें बदनाम करने की कोशिशों में कुछ न कुछ फेंक न्यूज वायरल करवाते रहते है। उल्लेखनीय है कि, उपरोक्त वाक्या सागर जिलें में मध्यप्रदेश के 2 पॉवरफुल मंत्री भूपेन्द्र सिंह और गोविन्द सिंह राजपूत को लेकर नहीं लिखा गया है। खबरची
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