बदमाशी पकड़ में आ जाए तो छोड़ते नहीं, सुखवीर सिंह

मध्यप्रदेश में लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव, सुखवीर सिंह की कार्यशैली आजकल मंत्रालय में चर्चा का विषय बनी हुई है, जबसे इन्होंने लोक निर्माण विभाग का काम संभाला है। समझा जाता है कि, सुखवीर सिंह भारतीय प्रशासनिक सेवा के उन अधिकारियों में से एक है जो, गलत काम होने नहीं देते और सही काम को एक क्षण के लिए भी नहीं रोकते। कोई भी गलत या भ्रष्ट अधिकारी सुखवीर सिंह की आँखों में धूल नहीं झोक सकता। जीता-जागता उदाहरण है, सिंगरौली में लोक निर्माण विभाग के प्रभारी संभागीय अधिकारी के खिलाफ जब सुखवीर सिंह को भ्रष्टाचार की गंभीर शिकायतें मिली तो प्रमुख सचिव ने उक्त अधिकारी को आनन-फानन में नही हटाया। सूत्र बताते है कि, उक्त अधिकारी के खिलाफ जांच दल बनाकर जांच कराई गई, 15 दिनों में जांच रिपोर्ट में सिंगरौली का प्रभारी अधिकारी भ्रष्टाचार का प्राथमिक रूप से दोषी पाया गया तो, उसे तुरंत हटाकर गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। इस खबर का आशय यह है कि, सुखवीर सिंह किसी भी प्रकार के राजनैतिक दबाव में उस समय बिल्कुल नहीं आते, जब कोई शिफारिश भ्रष्ट अधिकारी के लिए किया जाता है, इसी का परिणाम है कि, लोक निर्माण विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव भी, सुखवीर सिंह की कोई बात नहीं काटते। खबरची