मेडिकल कॉलेज के डीन और संलग्न अस्पताल के अधीक्षक ने प्रताडि़त नर्सिंग स्टॉफ के खिलाफ पुलिस थाने में की शिकायत, उच्च स्तरीय होगी जांच
मध्यप्रदेश में सबसे पहले स्थापित, गजराराजा मेडिकल कॉलेज एवं उसके साथ संलग्न जयारोग्य चिकित्सालय में मेडिकल कॉलेज के डीन और अस्पताल के अधीक्षक और सह-अधीक्षक के खिलाफ वहा के नर्सिंग स्टॉफ ने अपने खिलाफ प्रताडऩा एवं दुव्यवहार का आरोप लगाते हुए, दो दिन पहले ही, नर्सिंग एसोसिएशन के प्लेटफार्म में मुख्यमंत्री से गुहार लगाई और मांग की है कि, उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए, नर्सिंग स्टॉफ की एक महिला ने, तो अधीक्षक के खिलाफ प्रेस वार्ता में यहां तक कह दिया कि, अधीक्षक का कन्डक्ट ठीक नहीं है। नर्सिंग स्टॉफ के उपरोक्त पे्रस वार्ता के बाद, ग्वालियर गजराराजा मेडिकल कॉलेज एवं जयारोग्य अस्पताल में, कोहराम मच गया है तथा गजराराजा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अक्षय निगम और जयारोग्य अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आर.के.एस. धाकड़ एवं सह-अधीक्षक डॉ. देवेन्द्र सिंह कुशवाहा बैकफूट पर आ गए है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 11 मार्च को ग्वालियर के क्पू थाने में अपने बचाव में तीनों वरिष्ठ डॉक्टरों ने तीन स्टॉफ नर्सों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए, शिकायत दर्ज की है। सूत्रों के अनुसार मेडिकल कॉलेज में पदस्थ रह चुकी, सुश्री रेखा परमार ने तो यहा तक कहा कि, उनको प्रताडि़त करने के लिए, कई सालों बाद उन्हें प्रतिनियुक्ित बताकर हर दूसरे दिन रिलीव करने का फरमान थमा दिया जाता है। समझा जाता है ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज और जयारोग्य अस्पताल के इतिहास में पहली बार महिला नर्सिंग स्टॉफ ने डीन, अधीक्षक और सह- अधीक्षक के खिलाफ सार्वजनिक रूप से गंभीर आरोप लगाये है और मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ग्वालियर में सरकार की बदनामी का मुद्दा बन गया है। सूत्रों का कहना है कि, उपरोक्त घटना की जानकारी, पुलिस मुख्यालय को भेजी जा चुकी है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाईन के अनुसार महिला उत्पीडऩ एवं साक्षी संरक्षण के अंतर्गत इंतजार है जांच दल के आने का। और इस विषय में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मोह्द सुलेमान तथा पुलिस महानिदेशक डॉ. सुधीर सक्सेना की सहमति के बाद शीघ्र ही निर्णय लिये जाने की सूचना है…। खबरची