इंदौर में रंगों का सैलाब उमड़ा, भोपाल में कैलाश सारंग की कमी खली

बड़ी-खबर: संदीप नेपोलियन
इंदौर और नर्मदापुरम में रंग पंचमी के दिन भव्य आयोजन किया गया। लेकिन भोपाल में आज गेर के रंग फीके रहे , स्व . कैलाश सारंग की कमी आज के इस रंगोत्सव पर राजधानी में बहुत खली। बता दें कि कैलाश सारंग के समय में भोपाल में भी गेर उत्सव उतने ही धूमधाम से मनाया जाता रहा है, जितना कि आज इंदौर में मनाया जाता है। बता दें कि इंदौर के साथ ही देश-विदेश के कई लोग गेर में शामिल होने के लिए आते हैं। इंदौर की रंग पंचमी के दिन निकलने वाली गेर का इतिहास तकरीबन डेढ़ सौ साल पुराना है जिसके चलते आज यूनेस्को की सूचि में भव्य आयोजन को शामिल करने के लिए इंदौर प्रशासन ने इसकी तैयारी की थी रंगपंचमी पर इंदौर में इस बार राजवाड़ा पर जनसैलाब उमड़ा। पिछले वर्ष की तुलना में बड़ी संख्या में कई लोग तो यहां सपरिवार रंगपंचमी का आनंद लेने पहुंचे । राजवाड़ा पर सुबह से रंग-गुलाल उड़ने लगा था। इंदौर की ऐतिहासिक गेर में शामिल होने के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों से लोग परिवार के साथ और युवाओं की टोली राजवाड़ा पहुंच गई थी। जैसे-जैसे संस्थाओं की गेर। राजवाड़ा पहुंच रही थी, लोगों में उत्साह देखते ही बन रहा था। इंदौर के राजकमल बैंड की धुन पर भी लोग जमकर झूमे। इस बार पिछली वर्ष के मुकाबले ज्यादा लोग गेर देखने पहुंचे। लाखों लोगों की भीड़ राजवाड़ा पर देखी गई। कई संस्थाओं की गेर निकलने के बाद भी लोगों के आने का सिलसिला जारी था।