गजराराजा मेडिकल कॉलेज मची अराजकता खफा हुए सिंधिया, सारंग को लिखा पत्र

मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार ग्वालियर-चंबल संभाग में ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग स्टॉफ के साथ प्रताडऩा एवं आत्म हत्या तक को प्रेरित करने वाले उत्पीडऩ को लेकर तूफान मच गया है। मेडिकल कॉलेज के डीन और संलग्न अस्पताल जयाआरोग्य के अधीक्षक के द्वारा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कार्यरत महिलाकर्मियों की उत्पीडऩ की शिकायत को लेकर स्टॉफ नर्स रेखा परमार की संवेदनशीनता केन्द्रीय मंत्री महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गंभीरता से संज्ञान लिया है। सूत्रों के अनुसार नर्सेस एसोसिएशन मध्यप्रदेश संयुक्त मोर्चा अधिकारी/कर्मचारी संघ चिकित्सा शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश की अध्यक्ष ने महाराजा सिंधिया को पत्र लिखकर गजराराजा मेडिकल कॉलेज एवं जयाआरोग्य अस्पताल में मची हुई अराजकता का प्रमाण देते हुए कहा है कि महिलाओं के साथ अभ्रदता की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई हो ताकि जिन महिलाओं ने प्रताडि़त होकर आत्म हत्या करने तक का इरादा उजागर किया है, उसे रोका जा सकें। सूत्रों के अनुसार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को उपरोक्त शिकायती पत्र जांच के लिए तुरंत भेज दिया है। और महाराज ने पत्र में कहा है कि, पत्र में संवेदनशील मुद्दे स्वत: स्पष्ट हैं, इसलिए नियमों के अनुसार तथा सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन साक्षी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई करने का विश्वास सारंग को निर्देश भी दिया है। सूत्रों के अनुसार जब महाराजा सिंधिया को यह जानकारी मिली कि प्रताडि़त महिला स्टॉफ को रातों-रात उनके रिहायशी फ्लैट खानी करने के निर्देश अधीक्षक द्वारा प्रसारित किये गये है, तो ज्योतिरादित्य गुस्से में तमतमाये हुए हैं। खबरची