जीतू पटवारी का कद बढ़ा कांग्रेस में गुटबाजी उभरी …

मध्यप्रदेश में बीस साल के इतिहास में पहली बार कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में शिवराज सरकार के खिलाफ कल जंगी प्रदर्शन किया था, जिसमें कमलनाथ की ब्रांडिंग एवं उन पर भरोसा जताने के लिए, प्रत्येक जिले से 100-150 कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिसकी उ्मीद भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बिल्कुल ही नहीं थी। सूत्रों के अनुसार जवाहर चौक से लेकर, राजभवन तक के घेराव की योजना में भले ही कांग्रेसी राजभवन नहीं पहुंच पाए, लेेकिन शिवराज सरकार के खिलाफ इस प्रदर्शन में कांग्रेस 2 गुटों मे बंट गई। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा सत्र के चलते इस प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया था लेकिन उनके समर्थकों ने इतना उत्साह दिखाया कि, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी भौचक्के रह गए। भारी भीड़ का सामना नहीं करते हुए कमलनाथ जी जब भाषण देकर, प्रदर्शन स्थल से वापस चले गए तो, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने अपने राजनैतिक जीवन के सुनहरे पल का उपयोग कर लिया। जीतू पटवारी ने कहा किसानों को गेहूँ का उचित समर्थन मूल्य शिवराज की सरकार में नहीं मिल रहा है, लेकिन यदि 2023 में कांग्रेस की सरकार आती है तो, उनकी सरकार किसानों का गेहूँ 3000 रूपये प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूूल्य पर खरीदेगी। जीतू पटवारी ने तो यहां तक कह दिया था कि, यदि शिवराज सरकार किसानों को गेहूँ का समर्थन मूल्य 3000 रूपये प्रति क्विंटल कर देती है तो वे मुख्यमंत्री का सार्वजनिक रूप से अभिनंदन करेंगे। जीतू पटवारी की इस घोषणा ने कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों में हंड़कंप मचा दिया है, भाजपा बैकफुट पर है, जबकि कांग्रेस जीतू पटवारी के बयान पर दबी जुबान से यह कहने लगी है कि, इस तरह की घोषणा सिर्फ और सिर्फ कमलनाथ जी ही कर सकते है। सूत्रों के अनुसार उपरोक्त मुद्दे को लेकर कमलनाथ समर्थक पूर्व मंत्री सज्जन ङ्क्षसह वर्मा तथा पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने, मतभेद उभर गए है और कांग्रेस गुटों में बंट गई है, और इधर मंत्री तुलसीराम सिलावट मजे ले रहे हैं…। -खबरची