चुनाव के पहले शिवराज हटेंगे नहीं सरकार भाजपा की ही बनेगी: गिरीश गौतम

विशेष साक्षात्कार: विजय कुमार दास (मो. 9617565371)
मध्यप्रदेश के विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम को यकीन हो गया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बदले जाने की कभी-कभी जो सोशल मीडिया में अफवाहें फैलाई जाती है वह 100 प्रतिशत गलत है। गिरीश गौतम का दावा है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का वर्तमान में कोई विकल्प हो ही नहीं सकता। वे कहते हैं कि 2023 विधानसभा चुनाव के पहले भारतीय जनता पार्टी हाईकमान मध्यप्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन का सोच भी नहीं सकती, क्योंकि शिवराज सिंह चौहान की नीतियों ने घर-घर मोदी, हर घर मोदी का परचम लहराने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ‘राष्ट्रीय हिन्दी मेल’ के इस प्रतिनिधि से कल एक विशेष साक्षात्कार में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने साफगोई से कहा कि ‘मैं लाग-लपेट की राजनीति पर विश्वास नहीं करता, जो कुछ कहता हूं और राजनीति में जितनी मेरी समझ है उसके अनुसार यह दावा करने में मुझे कोई संकोच नहीं है कि मध्यप्रदेश में 2023 विधानसभा चुनाव के पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हटाने की बात तो दूर है, उन्हें हटाने के बार में विचार करना भी कोई सोच नहीं सकता। मेरा दावा है कि शिवराज सिंह चौहान की नीतियों ने मध्यप्रदेश में प्रत्येक वर्ग के लोगों के साथ न्याय किया है और जनता को फिर से एक बार शिवराज सरकार पर पूरा भरोसा है कि वायदा निभाने वाली सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान का कोई विकल्प नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सवालों के उत्तर में यह स्पष्ट किया कि हम 2023 में केवल पांच मुद्दों पर चुनाव में विजय हासिल करते हुए भारतीय जनता पार्टी की पांचवीं बार मध्यप्रदेश में सरकार बनायेंगे। उन्होंने कहा कि सबसे पहला मुद्दा है 15 महीनों की कमलनाथ सरकार में किसानों की कर्ज माफी को लेकर जो छलावें हुए है, उसका फायदा भारतीय जनता पार्टी को इस चुनाव में मिलेगा। गिरीश गौतम ने दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा यह बताया कि कमलनाथ की 15 महीनों की सरकार ने और कांग्रेस पार्टी ने युवाओं को युवा स्वाभिमान योजना के अंतर्गत 4000 रुपए प्रतिमाह देने का जो वायदा किया था वह भी एक छलावा साबित हुआ है। गिरीश गौतम के अनुसार तीसरा मुद्दा संबल योजना में जिन 2,18,000 नामों को फर्जी बताकर सूची से बाहर किया गया था, उसमें एक भी नाम फर्जी नहीं निकला, लेकिन संबल का फायदा शिवराज सरकार के आते ही उपरोक्त 2,18,000 नामों को भी मिला तो युवाओं का भरोसा अपने मामा मुख्यमंत्री पर चार गुना बढ़ गया। और चौथा जो सबसे बड़ा मुद्दा है वह यह है कि लाड़ली बहना योजना ने शिवराज सरकार के खिलाफ पनपी हुई एंटीइंकबेंसी फैक्टर को पूरी तरह समाप्त कर दिया है और थोड़ा बहुत जो बचा होगा वह मध्यप्रदेश में अधोसंरचना की युद्ध स्तर पर विकास को लेकर समाप्त हो जाएगा। गिरीश गौतम ने पांचवा मुद्दा जो उपरोक्त चारों मुद्दों पर भारी है और जिसकी वजह से भारतीय जनता पार्टी कम से कम 151 विधासभा सीटों पर चुनाव जीतने की स्थिति में है, वह मुद्दा है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मध्यप्रदेश में बढ़ता हुआ व्यवहार, प्रभाव और मध्यप्रदेश के विकास के प्रति बढ़चढ़ कर प्रधानमंत्री द्वारा रूचि लेने का विषय सब पर भारी है। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि मेरा यह साक्षात्कार विधानसभा अध्यक्ष के रूप में नहीं है। यह एक भारतीय जनता पार्टी के विधायक और विधानसभा में सदस्य के रूप में है, जिसे इस विशेष साक्षात्कार से रोका नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि मैं संवेधानिक पद पर जरूर हूं, लेकिन यह संवेधानिक पद की ज्मिेदारी मुझे भारतीय जनता पार्टी ने मुझे एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में सौंपी है, जिसका मैं दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पूरी ईमानदारी के साथ निवर्हन करता हूं। विधानसभा अध्यक्ष ने अंत में कहा कि 2023 विधानसभा चुनाव के बाद शिवराज सिंह चौहान का मुख्यमंत्री बना रहना पार्टी हाईकमान के निर्णय एवं चुने हुए विधायक दल की बैठक के बाद तय होगा, लेकिन आज यह दावा करने से मुझे कोई नहीं रोक सकता कि 2023 विधानसभा चुनाव के पहले शिवराज सिंह चौहान को हटाया नहीं जाएगा। 2023 के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया आये या नरेन्द्र तोमर आये या डॉ. नरोāाम मिश्रा या फिर और कोई हमें सब सिरोधार्य होंगे। इस विशेष साक्षात्कार का लब्बोलुआब यह है विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने पहली बार अपने संपूर्ण कार्यकाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर संपूर्ण निष्पक्षता के साथ अपना पक्ष रखा है, इसलिए उनके दावे 100 प्रतिशत सही हो जायें, तो चौंकिएगा मत।