भारत ने श्रीलंका को 5 विकेट से हरा टी-20 सीरीज जीती

वानखेड़े स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे टी-20 में भारत ने तीन युवा प्लेयरों को दिया खेलने का मौका
मुंबई 25 दिसम्बर। भारत और श्रीलंका के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे टी-20 में चाहे भारत ने तीन युवा प्लेयरों को खेलने का मौका दिया लेकिन मैच जीतने के लिए आखिरकार तुजुर्बा ही काम आया। श्रीलंका के 135 रन का आसान लक्ष्य एक समय भारतीय टीम के लिए भारी पड़ सकता था जब 24 गेंद में जीतने के लिए 28 रन चाहिए थे। तभी मनीष पांडे बोल्ड हो गए। लेकिन इसके बाद खेलने आए एमएस धोनी और दिनेश कार्तिक ने भारतीय पारी को संभाला।
सात गेंदों पर जब नौ रन चाहिए थे तभी दिनेश कार्तिक ने प्रदीप की बॉल पर लॉन्ग ऑन पर लंबा छक्का लगाकर भारत की राह आसान कर दी। अब जीतने के लिए एक ओवर में केवल तीन रह ही चाहिए थे। सामने थे- धोनी। पहली ही गेंद पर उन्होंने शॉट लगाई और एक रन के लिए दौड़े। बॉल जब वापस आई तो श्रीलंकाई फील्डर उसे पकड़ नहीं पाए। मिस फील्ड का एक और रन धोनी ने भाग लिया। अब 5 गेंद पर केवल एक रन चाहिए था। बैटिंग पर थे धोनी। श्रीलंकाई प्लेयर्स ने फील्डिंग मुस्तैद की लेकिन धोनी के आगे उनकी नहीं चली। धोनी ने फ्लिक पर चौका लगाकर भारत को पांच विकेट से आसानी से मैच जीता दिया। इससे भारत ने श्रीलंका को टी-20 सीरिज में भी 3-0 से हराकर क्लिन स्वीप कर दिया।
इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर श्रीलंका को पहले बैटिंग का निमंत्रण दिया। श्रीलंका ने 20 ओवर में सात विकेट खोकर 135 रन बनाए। इसके बाद 136 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिए भारतीय सलामी जोड़ी रोहित शर्मा और लोकेश राहुल मैदान में आए। दोनों ने आते ही सधी शुरुआत दी। दूसरे टी-20 में सबसे तेज शतक बनाने वाले रोहित ने दो ओवर खत्म होने तक सात गेंदों पर सिर्फ एक रन बनाया था। लेकिन तीसरे ओवर में ही उन्होंने धनंजय को पुल शॉट से चौका मार अपने इरादे साफ कर दिए। इसके बाद वह लॉन्ग ऑफ पर सीधा छक्का मार अपना स्कोर 10 गेंदों में 11 पर ले आए। फिर एक रन लेकर अपने पास स्ट्राइक रखी। चौथे ओवर में राहुल (4) के खिलाफ पगबाधा की अपील की गई। अंपायर कॉल होने के कारण इसे डीआरएस में भी आउट करार दिया गया। फिर मैदान में बैटिंग करने आए वनडे सीरिज में लगातार दो फिफ्टी लगाने वाले श्रेयस इय्यर।
उधर राहुल ने आक्रमक शॉट खेलने जारी रखे। लेकिन सातवें ओवर में वह शनाका की गेंद को जोर से मारने के चक्कर में कुशल परेरा को कैच थमा बैठे। अपनी 20 गेंद में 27 रन की पारी के दौरान राहुल ने चार चौके और एक छक्का भी लगाया। रोहित के आउट होने के बाद मनीष पांडे क्रीज पर आए। उन्होंने धीमी शुरुआत की। वहीं ईय्यर ने भी ब्राउंड्री से ज्यादा स्ट्राइट बदलने पर ही जोर दिया। इय्यर एक चौका और एक छक्का लगाकर अपना स्कोर 30 तक ले गए लेकिन तभी एक रन लेने के चक्कर में आउट हो गए। उन्हें धनंजय ने थ्रो कर आउट किया। इय्यर का विकेट गंवाने तक भारत 81 रन बना चुका था। पांड्या भी कुछ कमाल नहीं कर पाए। चार रन बनाकर ही शनाका का शिकार हो गए। उन्हें विकेट के पीछे डिकवेला ने कैच किया। भारत को 24 गेंद में जीतने के लिए 28 रन चाहिए थे। इसी बीच मनीष पांडे (32) चमीरा की गेंद पर बोल्ड हो गए।