लीड खबर: पृथ्विजय कुमार दास (मो. 9971085589)
मध्यप्रदेश में विकास होने के साथ ही साथ ट्रैफिक की समस्या भी बढ़ती जा रही है। अब इसके निपटारे के लिए अलग अलग प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के बड़े नगरों के लिए नए ट्रैफिक प्लान की जरूरत है। इसलिए राज्य सरकार महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। इसी सिलसिले में आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के लोगों को बड़ी खुशखबरी दी है। उन्होंने इंदौर-उज्जैन मेट्रो ट्रेन को लेकर समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया है कि आने वाले समय में इंदौर एयरपोर्ट से महाकाल मंदिर तक वंदे मेट्रो चलाई जाएगी। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि भोपाल के बाद इंदौर और उज्जैन अब तीसरा मेट्रो वाला शहर होगा। बताया जा रहा है कि सिंहस्थ 2028 से पहले यह काम पूरा हो जाएगा।इंदौर से उज्जैन तक मेट्रो चलाने के लिए फिजिबिलिटी सर्वे हो चुका है। मेट्रो के लिए इंदौर में 25 और भोपाल में 27 ट्रेनों का संचालन अलग-अलग रूटों पर किया जाएगा। इंदौर में 31.3 किलोमीटर में काम चल रहा है। जबकि भोपाल में कुल 16.7 किमी का काम है।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास कार्यालय स्थित समत्व भवन में हुई बैठक में भोपाल और इंदौर के मेट्रो प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा के बाद कहा कि सुगम यातायात के लिए प्रदेश के बड़े नगरों जैसे भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में मेट्रो के साथ वंदे मेट्रो, रोप-वे, इलेक्ट्रिक बस और केबल-कार जैसे साधनों का उपयोग किया जाएगा। आगामी आवश्यकताओं की दृष्टि से स्थानीय जनप्रतिनिधियों को विश्वास में लेकर आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे। यातायात के विकल्पों के उपयोग के अंतर्गत अगला उज्जैन से ओंकारेश्वर रूट, भोपाल से इंदौर, जबलपुर से ग्वालियर के लिए भी विचार कर जरूरी निर्णय लिए जाएंगे। उज्जैन से ओंकारेश्वर रूट, भोपाल से इंदौर, जबलपुर से ग्वालियर के लिए भी विचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा की प्रदेश के बड़े नगरों के लिए नए ट्रैफिक प्लान की जरूरत को देखते हुए राज्य सरकार महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। इस दिशा में सबसे महत्वपूर्ण इंदौर-उज्जैन के मध्य मेट्रो ट्रेन के संचालन का निर्णय शामिल है, जो सिंहस्थ 2028 में श्रद्धालुओं के लिए आवाजाही की सुविधा की दृष्टि से भी उपयोगी होगा। इंदौर- उज्जैन के मध्य मेट्रो चलाने से संबं फिजिबिलिटी सर्वे की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। आने वाले समय में इदार एयरपोर्ट से महाकाल मंदिर तक वंदे मेट्रो की सुविधा प्रदेशवासियों और देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक अहम सौगात होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से हाल ही में हुई चर्चा के अनुसार मध्यप्रदेश में अलग-अलग शहरों के लिए वंदे मेट्रो चलाने पर सहमति हुई है। पुरानी मेट्रो के स्थान पर वंदे मेट्रो सर्किल ट्रेन नागरिकों के लिए एक बड़ी सौगात होगी। ऐसे नगरों में जहां ट्रैफिक का दबाव बढ़ रहा है, वहां मेट्रो ट्रेन संचालन की दृष्टि से समेकित रूप से योजना बनाने के लिए सर्किल ट्रेन की सुविधा शुरू करने पर सहमति बनी है। भोपाल में एम्स से करोंद चौराहे तक कुल 16.74 किलोमीटर की लंबाई में मेट्रो की लाइन तैयार करने का कार्य तीन चरणों में पूरा होगा। प्रथम चरण सात किलोमीटर का है, जिसमें 8 स्टेशन (एलिवेटेड) शामिल हैं। इंदौर मेट्रो की प्रगति पर भी बताया गया कि कुल 31.32 किलोमीटर में कार्य हो रहा है। इंदौर में कुल 28 स्टेशन बनेंगे।