भाजपा महिला विधायक पारूल साहू ने दिल्ली में किया प्रदर्शन

पूर्व विधायक गोविंद सिंह राजपूत ने कहा था दारूवाली विधायक

राजनीतिक संवाददाता
भोपाल, २७ दिसंबर। सागर जिले की सुरखी विधानसभा की भाजपा विधायक पारूल साहू ने कांग्रेस के पूर्व विधायक गोविन्द सिंह राजपूत के खिलाफ मंगलवार को दिल्ली में प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। विधायक साहू पिछले एक सप्ताह से कांग्रेस विधायक के खिलाफ सम्मान की लड़ाई लड़ रही हैं। गौरतलब है कि ६ नवंबर को क्षेत्र के सेमाढाना गांव में सभा के दौरान पूर्व विधायक गोविंद राजपूत ने सड़कों की जर्जर हालत को लेकर विधायक साहू पर सभा में तंज कसा था। जिसमें उन्होंने कहा था शराब जितनी पुरानी होती है उसे उतना अच्छा माना जाता है। क्षेत्र की विधायक ‘दारूवालीÓ हैं उन्हें पुरानी सड़कें अच्छी लगती हैं, इसलिए उनका ध्यान जर्जर सड़कों की ओर नहीं जाता।
गोविंद सिंह राजपूत के इस बयान से खफा होकर विधायक पारूल साहू ने महिला समर्थकों के साथ दिल्ली में प्रदर्शन किया। उनके साथ करीब २०० महिला पदाधिकारी मौजूद रहीं, प्रदर्शन करते हुए वो जैसे ही इंडिया गेट से कांग्रेस कार्यालय की तरफ बढ़ीं, पुलिस ने उन्हें २४, अकबरपुर रोड पर रोक दिया। इस दौरान उन्होंने गोविंद सिंह राजपूत व कांग्रेस पार्टी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके पहले उन्होंने इंडिया गेट पर एक वीडियो बनाकर जारी किया, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी से तीखे सवाल किए हैं। पारूल साहू ने कहा कि मैं राहुल गांधी से एक सवाल पूछना चाहती हूं, क्या मैं राजनीति में ये शब्द सुनने के लिए आई हूं? मुझे गर्व है कि मैं एक औरत हूं।
उन्होंने राहुल गांधी को वीडियो के माध्यम से बताया है कि मध्य प्रदेश की महिलाएं शराब की बोतल नहीं हैं। पारुल साहू ने दारूवाली विधायक कहने पर गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ जैसीनगर थाने में धारा ५०० के तहत मानहानि का मामला दर्ज कराया है। विधायक पारूल साहू पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस मामले से अवगत करा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर पूर्व विधायक द्वारा उन पर की गई टिप्पणी से अवगत कराने पहुंची थीं।
खिसकते जनाधार से बौखलाईं पारूल साहू: गोविंद सिंह राजपूत: विधायक पारूल साहू के प्रदर्शन पर कांग्रेस के पूर्व विधायक गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि पारूल साहू अपने खिसकते जनाधार की वजह से बौखला गई हैं। यदि पारूल साहू को महिलाओं की इतनी ही चिंता है तो वे दिल्ली में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निवास के बाहर प्रदर्शन करें और गुजरात की तरह मध्यप्रदेश में भी शराबबंदी की मांग करें। पारूल साहू ऐसा कभी नहीं करेंगी क्योंकि उनके पिता स्वयं एक बड़े शराब करोबारी हैं। उन्होंने कहा कि सागर के सुरखी विधानसभा क्षेत्र में हर गली-मोहल्ले में अवैध शराब बेची जा रही है। नशे की वजह से महिलाओं के घर उजड़ रहे हैं, उन्होंने इस समस्या पर कभी प्रदर्शन नहीं किया। गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि पूर्व में राहतगढ़ की भाजपा जनपद सदस्य क्रांति से विधायक और उनके पति नीरज ने अपशब्द कहे, अपमानित किया तब वे कहां थीं, क्रांति ने उनके खिलाफ प्रदर्शन भी किया। इतना ही नहीं, विधायक ने क्षेत्र की एक दलित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को डेरा उठाने वाली कहकर अपमानित किया, तब उनका स्वाभिमान कहां गया था। उन्होंने महिला उत्पीडऩ, बलात्कार, हिंसा के खिलाफ कभी विधानसभा में सवाल नहीं उठाए और दिल्ली में किराये के समर्थकों के साथ प्रदर्शन कर रही हैं। इससे बेहतर होता वे प्रदेश में शराबबंदी के लिए प्रदर्शन करतीं।