4 साल बाद अगस्त में शुरू होंगी नर्सिंग परीक्षाएं, एक लाख से अधिक छात्र होंगे शामिल, सरकार छात्रों के भविष्य के प्रति संवेदनशील: राजेन्द्र शुक्ला

बड़ी खबर: पृथ्विजय कुमार दास (मो. 9971085589)
मध्यप्रदेश में नर्सिंग घोटाले के बाद परीक्षाओं पर लगा ब्रेक हट गया है। दरअसल घोटाला उजागर होने के बाद हाईकोर्ट ने नर्सिंग की परीक्षाओं पर रोक लगा दी थी, जिससे अब छूट मिल गई है। सरकार छात्रों के भविष्य के प्रति संवेदनशील है। बुधवार को नर्सिंग छात्रों का टाइम टेबल जारी कर दिया गया है। बीएससी नर्सिंग प्रथम वर्ष की परीक्षा का आयोजन 8 अगस्त से 27 अगस्त तक होगा। इसके लिए 2300 रुपये शुल्क जमा करना होगा। इसी प्रकार एमएससी प्रथम वर्ष की परीक्षा 13 अगस्त से 27 अगस्त तक होगी। इसके लिए विद्यार्थियों को 7100 रुपये शुल्क चुकाना होगा। जबकि पीबीबीएससी प्रथम वर्ष की परीक्षा 6 अगस्त से 2 सितंबर तक आयोजित की जाएगी। इसके लिए 3550 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है। ये सभी परीक्षाएं सुबह 10.30 बजे से 1.30 बजे तक आयोजित होंगी। एमपी के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने नर्सिंग की जल्द से जल्द परीक्षा कराकर रिजल्ट जारी करने का भी निर्देश दिया है। जिसको लेकर विभाग ने कैलेंडर भी तैयार कर लिया है। जिसके तहत बीएससी नर्सिंग, एमएससी, पीबीबीएससी और जीएनएम कोर्स की परीक्षाएं कराई जाएंगी। इन परीक्षाओं में करीब एक लाख से अधिक छात्र बैठेंगे। बता दें कि साल 2019-20 से 2022-23 के बीच नर्सिंग की परीक्षाएं आयोजित नहीं हुई, जिसके चलते नर्सिंग के करीब एक लाख छात्र परेशान हो रहे थे। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के निर्देश के बाद अब बीएससी नर्सिंग, एमएससी, पीबीबीएससी और जीएनएम के छात्रों की रुकी हुई परीक्षाएं होंगी। परीक्षाएं नहीं होने से बीएससी नर्सिंग, एमएससी, पीबीबीएससी वर्ष 2019-20 के लगभग 20 हजार छात्र, वर्ष 2020-21 के 30 हजार, वर्ष 2021-22 के 10 हजार और वर्ष 2022-23 के 10 हजार छात्र प्रभावित हो रहे थे। इसके साथ ही जीएनएम, एएनएम कोर्स के वर्ष 2020-21 और 2021-22 के 25 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं की मुख्य परीक्षाएं इसी वर्ष अक्टूबर तक पूरी हो जाएंगी।